एक सीधा सादा बिहारी सब्जी वाला मोहल्ले में सब्जी बेचता था, बहोत सी महिलाएं उससे उधार लेती वो चुप चाप दे देता और अपनी कॉपी में लिख लेता,,,, किसने कितने का उधार लिया,,, आश्चर्य की बात यह थी कि वह नाम किसी का नही जानता था
फिर भी वो कॉपी छुपकर देखता और बता देता था, की किसका कितना पैसा बचा है,,😳😳
एक दिन उसकी नजरों से छिपाकर उसकी कॉपी हमने गायब कर दी,,,, लिखा था,,,,,
बिलइया 20 रुपिया,,
नकचिपटी 18 रु
चितकबरी 15 रु
मोटकी 40 रु
संवरकी 20 रु
पतरकी 10 रु
भैंसिया 22 रु
कुकुर वाली 50 रु
बन्दरमुंही 35 रु
बकबकही 12 रु
दंतुलि 10रु
मुँहटेंढि 15 रु
कनढेरी 28रु
बहिरी 60रु
भुअर्की 30रु
😳😃😂😃😂😃😂🤣🤣
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