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अप्रैल, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मृत्यु एक अटल सत्य है

गाँव में प्रवचन हो रहे थे  महाराज बोले--- " मृत्यु एक अटल सत्य है। इस गाँव का प्रत्येक मनुष्य कभी ना कभी अवश्य मरेगा। " महाराज के वचन सुनकर वहाँ उपस्थित गाँव के सभी श्रोता रोने लगे। उन्हीं के बीच बैठा झामलू जोर जोर से हँसने लगा। महाराज को उसपर बहुत दया आयी। उन्होंने पूछा---" क्यों हँस रहे हो ? " झामलू---" मैं इस गाँव का नहीं हूँ !! " महाराज ने उसे तबला फेंककर मारा !!

दस खूंखार जंगली कुत्ते

एक राजा था। उसने दस खूंखार जंगली कुत्ते पाल रखे थे। उसके दरबारियों और मंत्रियों से जब कोई मामूली सी भी गलती हो जाती तो वह उन्हें उन कुत्तों को ही खिला देता। एक बार उसके एक विश्वासपात्र सेवक से एक छोटी सी भूल हो गयी, राजा ने उसे भी उन्हीं कुत्तों के सामने डालने का हुक्म सुना दिया। उस सेवक ने उसे अपने दस साल की सेवा का वास्ता दिया, मगर राजा ने उसकी एक न सुनी। फिर उसने अपने लिए दस दिन की मोहलत माँगी जो उसे मिल गयी। अब वह आदमी उन कुत्तों के रखवाले और सेवक के पास गया और उससे विनती की कि वह उसे दस दिन के लिए अपने साथ काम करने का अवसर दे। किस्मत उसके साथ थी, उस रखवाले ने उसे अपने साथ रख लिया। दस दिनों तक उसने उन कुत्तों को खिलाया, पिलाया, नहलाया, सहलाया और खूब सेवा की। आखिर फैसले वाले दिन राजा ने जब उसे उन कुत्तों के सामने फेंकवा दिया तो वे उसे चाटने लगे, उसके सामने दुम हिलाने और लोटने लगे। राजा को बड़ा आश्चर्य हुआ। उसके पूछने पर उस आदमी ने बताया कि महाराज इन कुत्तों ने मेरी मात्र दस दिन की सेवा का इतना मान दिया बस महाराज ने वर्षों की सेवा को एक छोटी सी भूल पर भुला दिया। राजा को अपनी गलती का