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अप्रैल, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

ये कैसा नूर है मौलवी साहब..!!

एक आदमी मौलवी के पास जाता है आदमी : मौलवी साहब कभी कभी रात कु अचानक नींद खुल गइ तो देखता हूं के, बेगम का चहेरा नूर से चमक रहा है रौशनी इत्ती होती के ब्लन्केट  के उप्पर से किरणे दिखती ये कैसा नूर है मौलवी साहब..!! मौलवी : अबे अपने मोबाइल कु पासवर्ड डालके रख, फोन चेक करती वो तेरा...!!!

ये ज़ालिम

Innocent Joke of The Year

बच्चा :  मम्मा.... मैं कैसे पैदा हुआ....? माँ : मैंने एक बॉक्स में मिठाई डाल कर रख दी थी, कुछ दिन बाद उसमें से मुझे तुम मिले । बच्चे ने ठीक वैसा ही किया....! और कुछ दिन बाद जब उसने जा कर देखा तो उसमें 1 कॉकरोच था.....! बच्चा गुस्से से : दिल तो करता है कि तुझे अभी चप्पल से मार दूँ ... पर क्या करूं ...!!?? औलाद है तू मेरी...

An ambitious MLA

An ambitious MLA phoned the Chief Minister's residence shortly after midnight. The CM's personal assistant answered the phone. "I need to talk to the CM... it's an emergency!" exclaimed the MLA. After some cajoling, the CM's assistant agreed to wake him up. "What is so important that it can't wait until morning?" grumbled the CM. "The other Minister just died and I want to take his place," begged the MLA. "Well, it's OK with me..if it's OK with the crematorium," replied the CM. 🙄🤔😟😜