जीया जले, जान जले ,रातभर धुँआ जले ।-बुखार(Fever)
तडप तडप के इस दिल से आह निकलती रही।-ह्रदयघात (Heart
Attack)
सुहानी रात ढल चुकी ,ना जाने तुम कब आओगे। -कब्ज़
(Constipation)
बीडी जलाइले जीगर से पीया, जीगर मे बडी आग है। -
खट्टापन (Acidity)
तुझमे रब दिखता है यारा मै क्या करूँ।- मोतियाबिन्द
(Cataract )
तुझे याद ना मेरी आई, किसी से अब क्या कहना। -मानसिक
रोग (Alzheimer's)
मन डोले मेरा तन्न डोले।- चक्कर आना (Vertigo)
टिप टिप बरसा पानी, पानी ने आग लगायी. -मूत्रीय संक्रमण
(Urinary Infection)
दिल धडक धडक के कह रहा है -उच्च रक्तचाप (Hypertension)
आजकल पाँव जमीं पर नही पडते मेरे.- पैर मकई (Corn On Feet)
हाय रे हाय नीन्द नही आए..Insomnia
छुपाना भी नही आता, बताना भी नही आता- बवासीर
(Piles)
और अंत में.......
लगी आज सावन की फिर वो झडी है।- दस्त (Loose Motion )
भावनाओं का संक्रमण: हमारी जुड़ी हुई दुनिया में साझा भावनाओं की छिपी ताकत आजकल हम जो इतने जुड़े हुए हैं, वहां हम लगातार हर तरह की जानकारी और भावनाओं से घिरे रहते हैं। सोशल मीडिया की खुशियों से लेकर बड़ी खबरों के डर तक, ऐसा लगता है कि हमारी भावनाएं ऑनलाइन और असल दुनिया में दूसरों से मिलती हैं। इस चीज को भावनाओं का संक्रमण कहते हैं, यानि जाने-अनजाने में दूसरों की भावनाएं हम तक पहुंच जाती हैं । ये एक बहुत बड़ी ताकत है जो हमारा मूड, हमारे सोचने का तरीका, और यहाँ तक कि हमारी सेहत भी बदल सकती है, और ये अक्सर बिना हमें पता चले होता है। इसके पीछे का विज्ञान भावनाओं का संक्रमण सिर्फ एक कहावत नहीं है। खोज बताती है कि इसका दिमाग से बहुत गहरा संबंध है। हमारे दिमाग में कुछ खास कोशिकाएं होती हैं, 'मिरर न्यूरॉन्स'। जब हम किसी को कुछ करते या महसूस करते हुए देखते हैं, ये कोशिकाएं काम करने लगती हैं। जैसे, जब हम किसी को हंसते हुए देखते हैं, तो हमारे अपने मिरर न्यूरॉन्स उसे नकल करते हैं, और हम भी शायद खुश हो जाते हैं। सिर्फ नकल ही नहीं, भावनाओं का संक्रमण हमारी बॉडी लैंग्वेज और आवाज के उतार-चढ़ा
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