एक दिन ख़ुदा ने मुझसे कहा:- "मत कर इन्तज़ार इस जन्म में उसका, मिलना मुश्किल है..." मैंने भी कह दिया:- "लेने दे मज़ा इन्तज़ार का, अगले जन्म में तो मुमकिन है..." फिर ख़ुदा ने कहा:- "मत कर इतना प्यार, बहुत पछतायेगा..." मुस्कुरा ☺ के मैंने कहा:- "देखते हैं तू कितना मुझे और तड़पायेगा..." फिर ख़ुदा ने मुझसे कहा:- "भूल जा उसे, चल तुझे जन्नत की अप्सरा से मिलाता हूँ..." मैंने कहा:- "आ नीचे, देख मेरे प्यार का मुस्कुराता चेहरा, तुझे जन्नत की अप्सरा भुलाता हूँ..." ग़ुस्से में ख़ुदा ने कहा:- "मत भूल अपनी औक़ात, तू तो एक इन्सान है..." हंस कर मैंने कहा:- "तो मिला दे मुझे मेरे प्यार से और साबित कर दे कि तू ही भगवान है..." फिर ख़ुदा ने मेरी शादी ही करवा दी... सारा भूत उतर गया, सारी शायरी ही भुला दी...!!!